मशरूम की खेती कैसे होती है? आसान तरीका!
गाइस, क्या आप मशरूम की खेती के बारे में जानना चाहते हैं? मशरूम की खेती एक शानदार तरीका है जिससे आप घर बैठे अच्छी कमाई कर सकते हैं। यह न केवल आसान है, बल्कि इसके लिए ज्यादा जगह की भी जरूरत नहीं होती। तो चलिए, आज हम आपको बताएंगे कि मशरूम की खेती कैसे की जाती है, ताकि आप भी इस बेहतरीन अवसर का लाभ उठा सकें।
मशरूम की खेती की शुरुआत कैसे करें
मशरूम की खेती की शुरुआत करने के लिए, सबसे पहले आपको कुछ बुनियादी चीजों की जानकारी होनी चाहिए। मशरूम की कई किस्में होती हैं, लेकिन भारत में सबसे ज्यादा ऑयस्टर मशरूम और बटन मशरूम की खेती की जाती है। तो आइए, हम इन दोनों के बारे में विस्तार से जानते हैं:
ऑयस्टर मशरूम की खेती
ऑयस्टर मशरूम की खेती बहुत ही आसान है और इसे कोई भी आसानी से कर सकता है। इसे ढिंगरी के नाम से भी जाना जाता है।
1. आवश्यक सामग्री:
ऑयस्टर मशरूम की खेती के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
- गेहूं या धान का भूसा
- मशरूम का बीज (spawn)
- पॉलीथीन बैग
- फॉर्मेलिन
- कार्बेंडाजिम
2. भूसा तैयार करना:
सबसे पहले, गेहूं या धान के भूसे को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। फिर इसे 8-10 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद, भूसे को पानी से निकालकर उसमें फॉर्मेलिन और कार्बेंडाजिम मिलाकर अच्छी तरह से मिला लें। इससे भूसे में मौजूद कीटाणु और फंगस मर जाएंगे, जिससे मशरूम की अच्छी पैदावार होगी।
3. पॉलीथीन बैग में भूसा भरना:
अब पॉलीथीन बैग में भूसे को थोड़ा-थोड़ा करके भरें और हर परत के बाद मशरूम के बीज (spawn) डालें। बैग को अच्छी तरह से बंद कर दें और उसमें छोटे-छोटे छेद कर दें ताकि हवा का संचार हो सके।
4. बैग को रखना:
इन बैगों को अंधेरी और ठंडी जगह पर रखें, जहाँ सीधी धूप न आती हो। तापमान 20-30 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। बैगों को लटकाकर रखें ताकि हवा अच्छी तरह से लगे।
5. देखभाल:
बैगों को नियमित रूप से देखें और यदि भूसा सूख रहा हो तो उस पर पानी का छिड़काव करें। ध्यान रखें कि पानी ज्यादा न हो, वरना मशरूम सड़ सकते हैं।
6. कटाई:
लगभग 15-20 दिनों में मशरूम उगने लगेंगे। जब मशरूम पूरी तरह से विकसित हो जाएं, तो उन्हें सावधानीपूर्वक काट लें। एक बैग से आप 2-3 बार मशरूम की कटाई कर सकते हैं।
बटन मशरूम की खेती
बटन मशरूम की खेती थोड़ी मुश्किल है, लेकिन सही तरीके से की जाए तो इससे भी अच्छी कमाई हो सकती है।
1. आवश्यक सामग्री:
बटन मशरूम की खेती के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
- गेहूं का भूसा
- मशरूम का बीज (spawn)
- कंपोस्ट खाद
- फॉर्मेलिन
- कार्बेंडाजिम
- पॉलीथीन बैग या ट्रे
2. कंपोस्ट खाद तैयार करना:
बटन मशरूम के लिए कंपोस्ट खाद तैयार करना सबसे महत्वपूर्ण है। इसके लिए, गेहूं के भूसे को गोबर की खाद और अन्य पोषक तत्वों के साथ मिलाकर कंपोस्ट तैयार किया जाता है। कंपोस्ट को अच्छी तरह से सड़ाने के लिए इसे कुछ हफ्तों तक नम रखना होता है और नियमित रूप से पलटना होता है।
3. खाद को कीटाणु रहित करना:
कंपोस्ट खाद को कीटाणु रहित करने के लिए फॉर्मेलिन और कार्बेंडाजिम का उपयोग किया जाता है। इससे खाद में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस नष्ट हो जाते हैं।
4. पॉलीथीन बैग या ट्रे में खाद भरना:
अब पॉलीथीन बैग या ट्रे में कंपोस्ट खाद को भरें और उसमें मशरूम के बीज (spawn) डालें। बीज को खाद में अच्छी तरह से मिला दें।
5. बैग या ट्रे को रखना:
इन बैगों या ट्रे को अंधेरी और ठंडी जगह पर रखें, जहाँ तापमान 15-20 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। कमरे में नमी बनाए रखने के लिए पानी का छिड़काव करते रहें।
6. केसिंग:
जब मशरूम के बीज खाद में अच्छी तरह से फैल जाएं, तो उसके ऊपर मिट्टी की एक परत बिछा दें। इसे केसिंग कहते हैं। केसिंग करने से मशरूम को उगने में मदद मिलती है।
7. देखभाल:
बैगों या ट्रे को नियमित रूप से देखें और मिट्टी को नम बनाए रखें। ध्यान रखें कि कमरे में हवा का संचार अच्छा हो।
8. कटाई:
लगभग 3-4 हफ्तों में मशरूम उगने लगेंगे। जब मशरूम पूरी तरह से विकसित हो जाएं, तो उन्हें सावधानीपूर्वक काट लें। एक बैग या ट्रे से आप कई बार मशरूम की कटाई कर सकते हैं।
मशरूम की खेती के फायदे
मशरूम की खेती के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- कम लागत: मशरूम की खेती कम लागत में शुरू की जा सकती है। इसके लिए ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती।
- कम जगह: मशरूम की खेती के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती। इसे घर के अंदर भी किया जा सकता है।
- जल्दी पैदावार: मशरूम की फसल बहुत जल्दी तैयार हो जाती है। ऑयस्टर मशरूम तो 15-20 दिनों में ही उगने लगते हैं।
- उच्च मुनाफा: मशरूम की बाजार में अच्छी मांग होती है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है।
- स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: मशरूम में प्रोटीन, विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
मशरूम की खेती में ध्यान रखने योग्य बातें
मशरूम की खेती करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि आप अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकें:
- सही किस्म का चुनाव: मशरूम की खेती के लिए सही किस्म का चुनाव करना बहुत जरूरी है। अपने क्षेत्र की जलवायु और बाजार की मांग के अनुसार ही किस्म का चुनाव करें।
- स्वच्छता: मशरूम की खेती में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। सभी उपकरण और सामग्री को अच्छी तरह से कीटाणु रहित करें।
- तापमान और नमी: मशरूम की खेती के लिए उचित तापमान और नमी बनाए रखना बहुत जरूरी है। तापमान और नमी को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से निगरानी करें।
- बीज की गुणवत्ता: मशरूम के बीज की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। हमेशा विश्वसनीय स्रोत से ही बीज खरीदें।
- सही खाद का उपयोग: बटन मशरूम की खेती के लिए सही खाद का उपयोग करना बहुत जरूरी है। खाद को अच्छी तरह से सड़ाकर और कीटाणु रहित करके ही उपयोग करें।
मशरूम की खेती से कमाई
मशरूम की खेती से अच्छी कमाई की जा सकती है। एक अनुमान के अनुसार, एक किलो मशरूम को उगाने में लगभग 30-40 रुपये का खर्च आता है, जबकि बाजार में यह 80-100 रुपये प्रति किलो तक बिकता है। इस प्रकार, आप मशरूम की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
यदि आप बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती करते हैं, तो आप इसे सीधे बाजारों, होटलों और रेस्टोरेंट में बेच सकते हैं। इसके अलावा, आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी मशरूम बेच सकते हैं।
निष्कर्ष
तो गाइस, यह थी मशरूम की खेती के बारे में जानकारी। मशरूम की खेती एक बहुत ही लाभदायक व्यवसाय है और इसे कोई भी आसानी से शुरू कर सकता है। यदि आप भी खेती में रुचि रखते हैं और कम लागत में अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो मशरूम की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। तो देर किस बात की, आज ही मशरूम की खेती शुरू करें और अपने सपनों को साकार करें!